अल्पसंख्यक जिला कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सन्नी इपेन ने प्रेस नोट जारी कर केंद्र की एनडीए सरकार पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है ।
उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों से हमारे देश में जिस प्रकार से धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है, उससे यहां अनेक ” धर्म रक्षक” पैदा हों गए है! और इन ” धर्म रक्षकों ने सैकड़ों निर्दोषों को प्रताडित किया और अल्प्सख्यकों के अनेक धार्मिक स्थलों पर पथराव और तोड़फोड़ किया। पिछले एक वर्ष में, हमारे देश के एक राज्य मणिपुर के अन्दर ही, सैकडो गिरजाघरों को जलाया और सैंकड़ों ईसाइयों का खुले आम हत्या की गई। उनके महिलाओं को निर्वस्त्र करके भीड़ के बीच घुमाया और दुष्कर्म किया गया।
आज तक हमारे देश के प्रधानमंत्री, वहां उनका हाल चाल पूछने नहीं पहुंच सके। एक तरफ तो वे और उनके कुछ मित्र, पडोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश के कुछ हिंदु अल्पसंख्यकों पर चिंता जताते है , परंतु अपने ही देश के अल्पसंख्यकों पर हो रहे अन्याय और अत्याचार पर उन्हे और भारतीय जनता पार्टी को चिंता जताते नहीं देखा गया। बल्कि इसके विपरित हमेशा उन्हे कोसा और उन के प्रति झूठ फैलाकर नफरत का बीज बोया गया।
कुछ समय पहले जिला मंडी के एक गांव में ईसाई धर्म के लोगों को अपने ही घर में प्रार्थना और भजन कीर्तन करने से रोका गया और उन पर कुछ ” धर्म रक्षकों ने जबरदस्ती धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया, जिसे ज़िला उपयुक्त मंडी द्वारा छान बीन के उपरांत , पूरी तरह से उनके प्रति एक झूठा षडयंत्र बताया गया।
इस प्रकार के झूठे आरोप केवल यहीं एकमात्र नहीं , बालिक पूरे देश मे इन ” धर्म रक्षकों” दुवारा अनेकों ईसाईयों पर ऐसे जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के झूठे आरोप लगाकर करके भोले भाले देश वासियों के मनों में नफरत के बीज बोया जाता है।
इस तरह के ” धर्म रक्षकों” से मेरा यह विनम्र निवेदन है कि मानव जाति के प्रती इस प्रकार के नफरत भरे सोच और कुकर्म को त्यागकर अपने, अपनी पीढ़ी और देश वासियों के हित मे सत्य के मार्ग में चलते हुवे सुकर्म करेंगे तब निश्चित रूप से आपके धर्म के कर्म आपके और आपकी पीढ़ियों की रक्षा करेगी ।