नेता प्रतिपक्ष के तीन मजबूत कंधे, चेतराम,रेडी और विजय पाल , भाजपा को कसरत की नहीं जरूरत

सुभाष ठाकुर*******

सिराज से नेता प्रतिपक्ष की जीत के लिए कांग्रेस के तीन नेताओं की आपसी लड़ाई बीजेपी को मजबूत करती रही है जिसका खामियाजा पूरे मंडी जिले कांग्रेस को भी भुगतना पड़ा।

भाजपा के नेता  पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को अपने विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा मेहनत करने की जरूरत ही नहीं पड़ती क्योंकि कांग्रेस के यह नेता अपनी पार्टी उमीदवार के साथ नहीं चल पाते हैं।

जिसके चलते चुनावों में अपने विपक्षी पार्टी के नेता के कंधे मजबूत खुद व खुद होने लाजमी है।

वर्तमान में सिराज कांग्रेस से चेतराम ठाकुर  पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के हॉलीलॉज के करीबी रहे हैं , जगदीश रेडी और विजय पाल वर्तमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबियों में जाने जाते हैं। यूं तो सिराज में कांग्रेस के कई नेता है लेकिन वह इन तीन नेताओं की तरह अपनी अपनी डफली अपना अपना राग की राह से अलग चले हुए हैं।

सिराज  के साथ साथ द्रंग विधानसभा क्षेत्र में भी यही रहा लेकिन द्रंग कांग्रेस में पूर्व मंत्री के साथ भी बीजेपी के किसी नेता द्वारा कांग्रेस को कमजोर नहीं किया बल्कि कांग्रेस के अपने ही नेताओं द्वारा पार्टी उमीदवार को कमजोर करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।

सिराज कांग्रेस में एक अनार सौ बीमार की स्थिति पिछले कई वर्षों से बनी हुई है , सिराज विधानसभा क्षेत्र के इन नेताओं की आपसी जंग से मंडी जिले को एक लाभ यह मिला कि इन नेताओं की आपसी लड़ाई से मंडी जिला से बीजेपी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा देना पड़ा ।

सिराज कांग्रेस की लड़ाई के कारण कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनावों में शून्य तक पहुंच चुकी है ।

सिराज में इन कांग्रेस के नेताओं को जब तक कांग्रेस के बड़े नेताओं द्वारा करीबियों बनाई जाती रहेगी मंडी जिला से कांग्रेस कभी नहीं उभर पाएगी क्योंकि सिराज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष दिनप्रति दिन मजबूत होते रहे हैं और उन्हें भविष्य में सिराज से कमजोर करना इन नेताओं के लिए मुमकिन दिखाई दे रहा है।

कांग्रेस हाइकमान हमेशा की तरह धृतराष्ट्र की भूमिका निभा रही है हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला भी अपने चंद चहेतों की लंगोट में लिपटे हुए हैं जिनका अपने गांव व पंचायत में भी विरोध होता है।

राजीव शुक्ला को हिमाचल कांग्रेस की वास्तविकता को जानते हुए भी जानबूझकर हिमाचल की व्यवस्सथा परिवर्तन करने वाली मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार की मजबूती के लिए कोई सहयोग नहीं दे रहे हैं।क्योंकि राजीव शुक्ला हिमाचल में किसी दूसरे नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के सी वेणुगोपाल से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बेहतर रिश्तों ने प्रभारी राजीव शुक्ला के सपनों पर पानी फेरा हुआ है।

नेता प्रतिपक्ष सिराज विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की यह दशा पिछले कई वर्षों से हुई है

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